महिला क्रिकेट को लेकर गंभीर रुख अपनाये बीसीसीआई: अंजुम
मुम्बई | भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान अंजुम चोपड़ा ने कहा है कि महिला क्रिकेट को आगे बढ़ाने के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को गंभीर रुप से प्रयास करने होंगे। अंजुम ने कहा कि महिला टीम को खेलने के कम अवसर मिलते हैं जो सही नहीं है। अंजुम ने कहा कि महिला क्रिकेट को लेकर बीसीसीआई की ओर से स्पष्टता की कमी है।
क्रिकेटर से कमेंटेटर बनी इस पूर्व खिलाड़ी ने कहा, “पुरुष टीम का क्रिकेट दौरा शुरू हो गया। जनवरी (2021) में उनका घरेलू टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट के साथ शुरू होगा पर महिलाओं के क्रिकेट को लेकर बोर्ड की भविष्य की योजना क्या है यह किसी को नहीं मालूम है। इस बारे में कुछ नहीं पता चल पा रहा है।”
उन्होंने कहा, “हो सकता है बीसीसीआई महिला क्रिकेट को लेकर गंभीरता से सोच रहा हो पर आम जनता के सामने वह बात नहीं आ पा रही है। हमें भी इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है।”
भारतीय महिला टीम ने ऑस्ट्रेलिया में इस साल आठ मार्च को टी20 विश्व का फाइनल खेलने के बाद से ही एक भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है। महिला खिलाड़ियों को हालांकि इंडियन प्रीमियर लीग के साथ महिला चैलेंजर टी20 टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिला था। इस टूर्नामेंट में तीन टीमों के बीच केवल चार मैच ही खेले गये। अं
जुम ने कहा कि बीसीसीआई की जिम्मेदारी पुरूष के साथ महिला क्रिकेट को लेकर भी है। भारत के लिए 157 (टेस्ट, एकदिवसीय और टी20 अंतरराष्ट्रीय) मैच खेल चुकी इस पूर्व दिग्गज ने कहा, “पुरुषों की तरह महिला टीम का भी विश्व कप है। बीसीसीआई क्रिकेट का बोर्ड है ना कि सिर्फ पुरुष या महिला क्रिकेट का बोर्ड है। कोविड-19 के कारण इंग्लैंड का दौरा पहले ही रद्द हो गया था। उसके बाद दक्षिण अफ्रीका या वेस्टइंडीज दौरे पर जाने की बात चली थी , लेकिन टी20 विश्व कप के स्थगित (2021 से 2022) होने के बाद वह भी ठंडे बस्ते में चला गया।’’
उन्होंने कहा, “दुबई में लड़कियों ने महिला चैलेन्जर में खेला लेकिन उसके बाद श्रीलंका का दौरा रद्द या स्थगित हो गया। इसमें कुछ स्पष्टता नहीं है। यह बतौर खिलाड़ी अच्छी बात नहीं है। खिलाड़ी एक उम्र तक ही खेलता है और ऐसे में उसका लय में रहना जरूरी है।” भारतीय महिला टीम के कोच डब्ल्यूवी रमन का कार्यकाल दिसंबर में खत्म हो रहा है लेकिन उसे लेकर कोई हलचल नहीं है। अंजुम महिला क्रिकेटरों को अधिक मौके देने की वकालत करते हुए कहा‘‘ बतौर खिलाड़ी सभी का मन करता है कि लगातार क्रिकेट खेलने को मिले।