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जम्मू-कश्मीर का पुनर्गठन आंतरिक मामला: नायडू

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उपराष्ट्रपति ने कहा कि कश्मीर एक सुलझा हुआ मामला है, क्योंकि इसका प्रत्येक इंच भारत का है और इसके बारे में ऐसा कुछ नहीं है जिस पर चर्चा की जा सके।

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू मंगलवार को बेंगलुरु में बीएचएस उच्च शिक्षा सोसायटी के प्लेटिनम जुबली समारोह में सभा को संबोधित करते हुए।

ख़ास बात:

  • कश्‍मीर के बारे में चर्चा करने को कुछ नहीं, क्‍योंकि इसका हर इंच भारत का है : उपराष्‍ट्रपति
  • अनुच्छेद 370 को कमजोर करना राजनीतिक नहीं, राष्ट्रीय मामला
  • हम किसी अन्य देश के आंतरिक मामले में दखल नहीं देते और हम नहीं चाहते कि कोई अन्य देश हमारे मामलों में हस्तक्षेप करे

प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू मंगलवार को बेंगलुरु में बीएचएस उच्च शिक्षा सोसायटी के प्लेटिनम जुबली समारोह में सभा को संबोधित करते हुए।

नयी दिल्ली:उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने मंगलवार को कहा कि कश्मीर एक सुलझा हुआ मामला है, क्योंकि इसका प्रत्येक इंच भारत का है और इसके बारे में ऐसा कुछ नहीं है जिस पर चर्चा की जा सके।

बैंगलुरु में बीएचएस हायर एजुकेशन सोसाइटी के प्लेटिनम जुबली समारोह का उद्घाटन करते हुए नायडू ने कहा कि अनुच्छेद 370 को कमजोर करना राजनीतिक नहीं, राष्ट्रीय मामला है, क्योंकि इसका संबंध देश की एकता, सुरक्षा, संरक्षा और अखंडता से है।

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में नियमित रूप से चुनाव होते रहे हैं और सांसद, विधायक और स्थानीय निकायों के सरपंच निर्वाचित होते रहे हैं। ऐसे में जम्मू-कश्मीर का पुनर्गठन एक आंतरिक मामला है। उन्होंने कहा कि हम किसी अन्य देश के आंतरिक मामले में दखल नहीं देते और हम नहीं चाहते कि कोई अन्य देश हमारे मामलों में हस्तक्षेप करे।

आंतकवाद को सहायता, प्रोत्साहन, प्रशिक्षण और धन उपलब्ध करने के लिए पड़ोसी देश की आलोचना करते हुए नायडू ने कहा कि भारत हमेशा से पड़ोसी देशों सहित सभी राष्ट्रों के साथ शांतिपूर्ण संबंधों में यकीन करता है।