September 3, 2025

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आर्मी एयर डिफेंस को प्रेसिडेंट्स कलर्स

प्रेसिडेंट्स कलर्स शांति एवं युद्ध की स्थिति के दौरान राष्ट्र की सुरक्षा में सशस्त्र बलों की रेजिमेंट के अमूल्य योगदान को मान्यता देने वाला सर्वोच्च सम्मान है।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद शनिवार को ओडिशा के गोपालपुर में सेना की वायु रक्षा कोर को कलर्स प्रस्तुत करते हुए।

प्रेस इन्फॉर्मेशन  ब्यूरो

नयी दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आर्मी एयर डिफेंस के एक स्वतंत्र इकाई के रूप में 25 वर्ष पूरे होने पर शनिवार गोपालपुर मिलिट्री स्टेशन में आर्मी एयर डिफेंस के जवानों को प्रेसिडेंट्स कलर्स से सम्मानित किया। आर्मी एयर डिफेंस के जवानों की ओर से यह सम्मान आर्मी एडी सेंटर द्वारा प्राप्त किया गया।

क्या है प्रेसिडेंट्स कलर्स ?

प्रेसिडेंट्स कलर्स शांति एवं युद्ध की स्थिति के दौरान राष्ट्र की सुरक्षा में सशस्त्र बलों की रेजिमेंट के अमूल्य योगदान को मान्यता देने वाला सर्वोच्च सम्मान है।

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान एयर डिफेंस की टुकड़ियों ने विभिन्न अभियानों जैसे बर्मा अभियान, इम्फाल और कोहिमा की घेराबंदी, रंगून को दोबारा हासिल करने का अभियान, अराकान,  मायितकाइना, हांगकांग, सिंगापुर, मलाया, बहरीन, इराक और फारस में कई अभियानों में भाग लिया और कई वीरता पुरस्कार प्राप्त किए। इन वीरता पुरस्कारों में चार मिलिट्री क्रॉस, ब्रिटिश साम्राज्य का एक पदक, सात भारतीय विशिष्ट सेवा पदक और ब्रिटिश साम्राज्य के दो आदेश शामिल हैं।

एयर डिफेंस 1940 से आर्टिलरी के एक हिस्से के रूप में अस्तित्व में रहा है, लेकिन एक स्वतंत्र इकाई के रूप में इसे 1994 में मान्यता दी गई थी। इस कोर को अब तक 2 अशोक चक्र, 2 कीर्ति चक्र, 20 वीर चक्र,  9 शौर्य चक्र और 113 सेना पदक से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा इस कोर को 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान चार युद्ध सम्मान और 55 मेंशन-इन-डिस्पैच दिए गए हैं।

इस टुकड़ी के नेतृत्व में एक प्रभावशाली परेड की शुरुआत में राष्ट्रपति को राष्ट्रीय सलामी दी गई। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में राष्ट्र की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने में भारतीय सशस्त्र बलों और विशेष रूप से आर्मी एयर डिफेंस के जवानों की शानदार विरासत को याद किया।

इस कार्यक्रम में तमाम वरिष्ठ अधिकारियों एवं गणमान्य लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल और ओडिशा सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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